भारत में कोरोनावायरस को लेकर स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को साफ किया कि देश में अब तक 28 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ईरान में फंसे भारतीयों का परीक्षण करने के लिए वहीं पर एक लैब बनाई जाएगी। साथ ही अब विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। पहले सिर्फ 12 देशों से आने वाले यात्रियों की जांच की बात कही गई थी।
बुधवार को इटली के 14 पर्यटक संदिग्ध पाए गए, इनकी जांच जारी है। इन लोगों को दिल्ली के आईटीबीपी कैंप में क्वारेंटाइन (अलग-थलग) किया गया है। मंगलवार को दिल्ली, हैदराबाद में 1-1 और जयपुर में 69 साल के एक व्यक्ति और उनकी पत्नी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।
इटली से आए लोगों को क्वारेंटाइन किया गया
इटली के 14 संक्रमितों को दिल्ली के आईटीबीपी कैंप में रखा गया है। इटली से 23 लोगों का दल पिछले महीने भारत आया था। इसमें से दो लोग (69 साल के बुजुर्ग और उनकी पत्नी) राजस्थान चले गए थे। दोनों लोग जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती हैं।
‘थूक से भी फैल सकता है, सावधानी बरतें’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अब तक 3000 से ज्यादा टेस्ट कर चुके हैं। 15 से ज्यादा लेबोरेटरी में परीक्षण करा रहे हैं। कोरोनावायरस संक्रमण थूक से एक मीटर दूर से फैल सकता है, लेकिन सावधानी रखकर इसका बचाव किया जा सकता है। लोग मास्क लगाएं और हाथों को अच्छी तरह धोएं। लोगों को भीड़भाड़ वाली जगह जाने से बचना चाहिए। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरोलॉजी (एनआईवी) देश की सबसे पुरानी लैब है। इससे भी हम लगातार संपर्क में हैं।